रविवार, 12 मार्च 2023

 लघुव्यंग्य - परिणाम 


विगत तीन – चार  वर्षों से  स्कूल का बोर्ड परीक्षा परिणाम सामान्य से भी खराब आ रहा था |जिसके कारण संस्था प्रमुख व  शिक्षकों को शासन व अधिकारियों के  कोपभाजन का शिकार होना पड़ रहा था   | एक – दो शिक्षको की  वेतन वृद्धियां भी रोक दी गयी थी |

 इस पर  प्राचार्य जी ने स्टाफ मीटिंग ली| एक योजना पर अपने  विचार रखे  | ‘’ क्यों न , हम सभी आपस में चन्दा करे और अपनी ओर से परीक्षा में आने वाले केन्द्राध्यक्ष व सहायक केन्द्राध्यक्ष की जमकर खातिरदारी की  जाए | और थोड़ी बहुत उनकी जेब भी गरम कर दी जाए | और फिर नक़ल....| ईमानदारी का परिणाम तो देखते आ रहे हो... |’’

सभी ने एकमत होकर हाँ में हाँ मिलाया |

बोर्ड परीक्षा संपन्न हुई | बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित हुए | संस्था का परीक्षा परिणाम सौ प्रतिशत  रहा | अभिभावक व् स्थानीय संस्थाओं ने प्रसन्नता जाहिर किया  | इस वर्ष  शिक्षकों की विद्यार्थियों के प्रति की गयी मेहनत को देखते हुए कई संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित भी किया |

शिक्षकगण परीक्षा परिणाम के साथ-साथ इस बात के लिए खुश थे कि सम्मान में प्राप्त राशि उनके द्वारा की गयी चन्दा की राशि से अधिक थी |

 


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