बुधवार, 15 मार्च 2023

व्यवसाय

लघु व्यंग्य- व्यवसाय

वह सूदखोर था | ब्याज पर उधार देना उसका व्यवसाय |

‘’ यार तुम मजबूरों के साथ ज्यादती नहीं करते | यह क्या, सैकड़ा पर पचास रुपया ब्याज ?’’

‘’कौन – सा ज्यादा है | किसी धंधे में यही रकम लगाते उतने ही समय में दुगुना कमाते  |

‘’ ब्याज के नाम पर दस – पंद्रह प्रतिशत पर्याप्त है | कुछ तो मजबूरों पर रहम करो | इंसानियत ज़िंदा रहेगी |’’

‘’ घोडा घास से यारी करेगा तो खाएगा क्या ? किसी को वक्त में रकम उपलब्ध करा देते हैं यही बहुत है |’’

पर कुछ भी कहो ,तुम्हारा काम लूट का...|’ अभी उसकी बात पूरी भी न हुई थी कि वह बाच में बोल पड़ा – ‘’चलो हम यह काम बंद कर देते है , तुम बांटोगे लोगो को खैरात ..बोलो|’

वह खामोश था |

 

 


रविवार, 12 मार्च 2023

 लघुव्यंग्य - परिणाम 


विगत तीन – चार  वर्षों से  स्कूल का बोर्ड परीक्षा परिणाम सामान्य से भी खराब आ रहा था |जिसके कारण संस्था प्रमुख व  शिक्षकों को शासन व अधिकारियों के  कोपभाजन का शिकार होना पड़ रहा था   | एक – दो शिक्षको की  वेतन वृद्धियां भी रोक दी गयी थी |

 इस पर  प्राचार्य जी ने स्टाफ मीटिंग ली| एक योजना पर अपने  विचार रखे  | ‘’ क्यों न , हम सभी आपस में चन्दा करे और अपनी ओर से परीक्षा में आने वाले केन्द्राध्यक्ष व सहायक केन्द्राध्यक्ष की जमकर खातिरदारी की  जाए | और थोड़ी बहुत उनकी जेब भी गरम कर दी जाए | और फिर नक़ल....| ईमानदारी का परिणाम तो देखते आ रहे हो... |’’

सभी ने एकमत होकर हाँ में हाँ मिलाया |

बोर्ड परीक्षा संपन्न हुई | बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित हुए | संस्था का परीक्षा परिणाम सौ प्रतिशत  रहा | अभिभावक व् स्थानीय संस्थाओं ने प्रसन्नता जाहिर किया  | इस वर्ष  शिक्षकों की विद्यार्थियों के प्रति की गयी मेहनत को देखते हुए कई संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित भी किया |

शिक्षकगण परीक्षा परिणाम के साथ-साथ इस बात के लिए खुश थे कि सम्मान में प्राप्त राशि उनके द्वारा की गयी चन्दा की राशि से अधिक थी |

 


मंगलवार, 4 जून 2019

लघुकथा


व्यंग्य ४


भाई


व्यंग्य 3


व्यंग्य 2