सूक्ष्म कथाएँ –
१.बच्चे
‘’तुम्हारे कितने बच्चे हैं?’’
‘’ पूरे छ:’’
‘’बाप रे ! इस फैमिली प्लानिंग
के युग में भी |’’
‘’आपको नहीं मालूम क्या ? शासन
की हर प्लानिंग आजकल भ्रष्टाचार की आवोहवा में फ़ैल हो जाती है |’’
2ईच्छा
‘’ अगर तुमने मुझसे विवाह नहीं किया तो मै नदी में कूद कर जान दे दूँगी
|’’
‘’ ठीक है तुम ऐसा ही करो | मेरा भी मरना तय है |’’
‘’ पर तुम क्यों ?’’
‘’ मुझे वैसे ही कैंसर है |’’
३ घृणा
‘’ वेश्याओं से इतनी घृणा क्यों ?’’
‘’ क्योंकि वह कई पुरुषों से सम्बन्ध बनाकर अपने पेट की भूख मिटाती है |’’
‘’ मगर पुरुष भी तो कई वेश्याओं से सम्बन्ध बनाते हैं |’’
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