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शनिवार, 16 अप्रैल 2016

लघुकथा – आखिर

लघुकथा – आखिर

उनके तम्बाखू  खाकर थूकने की आदत पर उंगली उठाते हुए ये बोले –‘’ क्या यार अभी साफ़ – सुथरा किया और तुमने आँगन में पिच्च से थूक दिया .... कम से कम साफ़-सुथरी जगह पर गन्दगी फैलाने पर बाज आया करो |’’
‘’ का ... बोले ..हम गन्दगी फैलाते हैं.... अरे भई हमारे पार्टी के मंत्री आदव(यादव ) जी जब अधिकारियों को साफ़ सफाई रखने की चेतावनी देकर पिच्च से वाही थूक देते हैं तो हम उनके गुणों का अनुकरंज कर , का बुरा करते  हैं ...आखिर वे हमारी पार्टी के गुरु जो ठहरे ....|

सुनील कुमार ‘सजल’