लघुकथा –
आखिर
उनके
तम्बाखू खाकर थूकने की आदत पर उंगली उठाते
हुए ये बोले –‘’ क्या यार अभी साफ़ – सुथरा किया और तुमने आँगन में पिच्च से थूक
दिया .... कम से कम साफ़-सुथरी जगह पर गन्दगी फैलाने पर बाज आया करो |’’
‘’ का
... बोले ..हम गन्दगी फैलाते हैं.... अरे भई हमारे पार्टी के मंत्री आदव(यादव ) जी
जब अधिकारियों को साफ़ सफाई रखने की चेतावनी देकर पिच्च से वाही थूक देते हैं तो हम
उनके गुणों का अनुकरंज कर , का बुरा करते हैं ...आखिर वे हमारी पार्टी के गुरु जो ठहरे
....|
सुनील
कुमार ‘सजल’
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें