लघुव्यंग्य -मुखौटा
'' तुम जिस संत की पूजा करते थे वह तो पुलिस हिरासत में पहुंच गया । वह भी अपनी शिष्या के साथ बलात्कार आरोप में । ''
''जो हुआ अच्छा हुआ , मैं उसकी शक्ल नहीं ,उसकी शिक्षा की पूजा करता हूँ ....जिसने मेरे जीवन को लायक बना दिया । एक बात और सुनो.... आदमी के चेहरे पर कई मुखौटे हैं , मगर शिक्षा के नहीं .... ।
'' तुम जिस संत की पूजा करते थे वह तो पुलिस हिरासत में पहुंच गया । वह भी अपनी शिष्या के साथ बलात्कार आरोप में । ''
''जो हुआ अच्छा हुआ , मैं उसकी शक्ल नहीं ,उसकी शिक्षा की पूजा करता हूँ ....जिसने मेरे जीवन को लायक बना दिया । एक बात और सुनो.... आदमी के चेहरे पर कई मुखौटे हैं , मगर शिक्षा के नहीं .... ।
कोई शैतान को संत समझे उसमे शैतान का क्या कसूर
जवाब देंहटाएं